5 जून विश्व-पर्यावरण दिवस
पर्यावरण के महत्व को समझते हुवे आज से पांच सौ तीस साल पूर्व श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने एक पर्यावरण प्रेमी समाज की स्थापना की थी, जो प्राकृतिक संसाधनों, जीवों व वृक्षो की रक्षा में सदा तत्पर रहे ।
आज से 300 साल पहले उन्ही के सिद्धान्तों का पालन करते हुवे जोधपुर (मारवाड़ ) में बिश्नोई समाज की वीरांगना अमृतादेवी के नेतृत्व में 363 पर्यावरण प्रेमी नर-नारियो ने पेड़ों की रक्षा हेतु अपनी जान की क़ुरबानी दे दी थी, जो विश्व के इतिहास में आजतक एक अद्वितीय घटना है ।
ऐसी आदर्श पर्यावरण रक्षक अमृतादेवी के नाम से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने समस्त समाज व नागरिकों की भागीदारी से विश्व में पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन हेतु एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत राजस्थान में अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान (अपना संस्थान) का पंजीकरण करवाकर समस्त लोगो की भागीदारी हेतु जनजागरण अभियान शुरू किया है ।
*अपना संस्थान* का अधिकृत आगाज *जनजागरण अभियान 29 मई* को मेडिकल सभागार में प्रातः 9:30 बजे हुआ है, जिसमे समस्त नागरिको को बढ़ चढ़ कर भाग लेते हुवे ज्यादा से ज्यादा लोगों की उपस्तिथि दर्ज करवानी है समस्त सरकारी व गैर सरकारी संघटन, अफसर, NGO's, विद्यालय, संस्थान, औद्योगिक इकाईयां, बैंक,धार्मिक संस्थान, कंपनियां,भामाशाह, प्रतिष्ठान, प्रयावरण प्रेमी लोग, इनके प्रमुख व समस्त कार्यकर्ताओं को आकर इस *पर्यावरण जनजागरण अभियान* में भाग लेना है ।
मेरा आप सभी से यह भी अनुरोध है कि आप स्वयं व अपने साथी- दोस्तो के समूह को एक व्यक्ति एक पेड़ की परिकल्पना से भी अवगत कराके उनके द्वारा व स्वयं भी एक छायादार या फलदार पेड़ की पौध को सही जगह का चुनाव करते हूए 2×2x2 के खड्डे मे लगवाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करे, पोधै के पेड बनने तक ( 3 साल) की प्रक्रिया मे तन मन धन से सहयोग करें।
अपना संस्थान द्वारा हर प्रकार का पौधा उपलब्ध करवाया जायेगा उचित समय पर वृक्षारोपण हेतु ध्यान करने योग्य बिन्दु ।
1. पौधे को सडक किनारे ऐसी जगह लगाना है जहॉ भविष्य में सडक का विस्तार होने पर पेड़ को हटाने की नोबत न आए।
2. पोधे के उपर से विधुत तार का गुजरना न हो अगर एसा हो तो छोटे कद का फलदार पौधा लगाना है।
3. पोधे को जानवर से बचाने की समूचित व्यवस्था हो, यानि ट्री गार्ड या कंटीली बाड़ की व्यवस्था जरुर करे
4. पोधे का बच्चे की तरह ध्यान रखते हूए बड़ा कर पेड बनने तक की शपथ लेवे।
वृक्षारोपण व पर्यावरण संबंधी अन्य समस्त शंकाओ का समाधान 29 मई को सभागार में किया जायेगा।
आपके सहयोग में सारे विश्व का व आने वाली पीढ़ी का कल्याण निहित है।
आज लोगों को लग रहा है कि गर्मी बहुत लग रही है।
पर कब तक AC का सहारा लेंगे, आज हिन्दुस्तान में "150 करोड़ पेड़" की जरूरत है।
अभी तो यह शुरुआत हैं। 45 से 50 डिग्री को 55 से 60 होने में देर नहीं लगेगी। अभी से समझ जाओ और पौधे लगाने की शुरुआत कर दें क्योंकि एक पौधे को बड़ा होने मे 5 से 7 साल लग जाएगे।
सब कुछ सरकार पर मत छोडिये, कुछ तो खुद किया करे।
आज से संकल्प ले किसी भी शुभ अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं और उसे अपनी पसंद का नाम दे एवं उनका ख्याल रखना।
यकीन मानिए यह आपका एक अच्छा अनुभव होगा, समाज, देश, और पर्यावरण के लिए बहुत बङा योगदान।
धन्यवाद
निवेदन के सहित
कन्हैया काबरा
पर्यावरण के महत्व को समझते हुवे आज से पांच सौ तीस साल पूर्व श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने एक पर्यावरण प्रेमी समाज की स्थापना की थी, जो प्राकृतिक संसाधनों, जीवों व वृक्षो की रक्षा में सदा तत्पर रहे ।
आज से 300 साल पहले उन्ही के सिद्धान्तों का पालन करते हुवे जोधपुर (मारवाड़ ) में बिश्नोई समाज की वीरांगना अमृतादेवी के नेतृत्व में 363 पर्यावरण प्रेमी नर-नारियो ने पेड़ों की रक्षा हेतु अपनी जान की क़ुरबानी दे दी थी, जो विश्व के इतिहास में आजतक एक अद्वितीय घटना है ।
ऐसी आदर्श पर्यावरण रक्षक अमृतादेवी के नाम से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने समस्त समाज व नागरिकों की भागीदारी से विश्व में पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन हेतु एक अभियान शुरू किया है जिसके तहत राजस्थान में अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान (अपना संस्थान) का पंजीकरण करवाकर समस्त लोगो की भागीदारी हेतु जनजागरण अभियान शुरू किया है ।
*अपना संस्थान* का अधिकृत आगाज *जनजागरण अभियान 29 मई* को मेडिकल सभागार में प्रातः 9:30 बजे हुआ है, जिसमे समस्त नागरिको को बढ़ चढ़ कर भाग लेते हुवे ज्यादा से ज्यादा लोगों की उपस्तिथि दर्ज करवानी है समस्त सरकारी व गैर सरकारी संघटन, अफसर, NGO's, विद्यालय, संस्थान, औद्योगिक इकाईयां, बैंक,धार्मिक संस्थान, कंपनियां,भामाशाह, प्रतिष्ठान, प्रयावरण प्रेमी लोग, इनके प्रमुख व समस्त कार्यकर्ताओं को आकर इस *पर्यावरण जनजागरण अभियान* में भाग लेना है ।
मेरा आप सभी से यह भी अनुरोध है कि आप स्वयं व अपने साथी- दोस्तो के समूह को एक व्यक्ति एक पेड़ की परिकल्पना से भी अवगत कराके उनके द्वारा व स्वयं भी एक छायादार या फलदार पेड़ की पौध को सही जगह का चुनाव करते हूए 2×2x2 के खड्डे मे लगवाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करे, पोधै के पेड बनने तक ( 3 साल) की प्रक्रिया मे तन मन धन से सहयोग करें।
अपना संस्थान द्वारा हर प्रकार का पौधा उपलब्ध करवाया जायेगा उचित समय पर वृक्षारोपण हेतु ध्यान करने योग्य बिन्दु ।
1. पौधे को सडक किनारे ऐसी जगह लगाना है जहॉ भविष्य में सडक का विस्तार होने पर पेड़ को हटाने की नोबत न आए।
2. पोधे के उपर से विधुत तार का गुजरना न हो अगर एसा हो तो छोटे कद का फलदार पौधा लगाना है।
3. पोधे को जानवर से बचाने की समूचित व्यवस्था हो, यानि ट्री गार्ड या कंटीली बाड़ की व्यवस्था जरुर करे
4. पोधे का बच्चे की तरह ध्यान रखते हूए बड़ा कर पेड बनने तक की शपथ लेवे।
वृक्षारोपण व पर्यावरण संबंधी अन्य समस्त शंकाओ का समाधान 29 मई को सभागार में किया जायेगा।
आपके सहयोग में सारे विश्व का व आने वाली पीढ़ी का कल्याण निहित है।
आज लोगों को लग रहा है कि गर्मी बहुत लग रही है।
पर कब तक AC का सहारा लेंगे, आज हिन्दुस्तान में "150 करोड़ पेड़" की जरूरत है।
अभी तो यह शुरुआत हैं। 45 से 50 डिग्री को 55 से 60 होने में देर नहीं लगेगी। अभी से समझ जाओ और पौधे लगाने की शुरुआत कर दें क्योंकि एक पौधे को बड़ा होने मे 5 से 7 साल लग जाएगे।
सब कुछ सरकार पर मत छोडिये, कुछ तो खुद किया करे।
आज से संकल्प ले किसी भी शुभ अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं और उसे अपनी पसंद का नाम दे एवं उनका ख्याल रखना।
यकीन मानिए यह आपका एक अच्छा अनुभव होगा, समाज, देश, और पर्यावरण के लिए बहुत बङा योगदान।
धन्यवाद
निवेदन के सहित
कन्हैया काबरा