स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना
1. स्थापना की पृष्ठ भूमि
15 जनवरी 2016 को भारत विकास परिषद शाखा घडसाना के स्थायी प्रकल्प सरल सामूहिक कन्या विवाह के आयोजन के अवसर पर शाखा के सरंक्षक श्री जयदीप माहेश्वरी, वरिष्ठ सदस्य श्री गोपी राम ज्याणी व कलवंत राय कालडा ने दिव्यांग विद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा, प्रारम्भिक सहमति के बाद इस पर प्रतिवेदन बनाने का दायित्व दर्शन गर्ग को सौंपा गया। 20 जनवरी 2016 को शाखा की बैठक में दर्शन गर्ग द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया ।इस विस्तृत प्रतिवेदन में दिव्यांग शिक्षा की वर्तमान स्थिति,प्रबन्धन,रख रखाव,वितीय आवश्यकता, विशेष दक्ष प्रशिक्षक,दिव्यांग छात्र परिवहन व्यवस्था,शिक्षण अधिगम सामग्री ,बिजली पानी व्यय आदि पर विस्तृत चर्चा की गई ।
2. परिषद द्वारा संचालन का औचित्य
परिषद के ध्येय वाक्य मूल मन्त्र सम्पर्क,सहयोग,संस्कार,सेवा,समर्पण की सिद्वता के अनुरूप दिव्यांगो की सेवा के क्षैत्र में भारत विकास परिषद की शाखा घडसाना समाज सेवा एक नया आयाम स्थापित करना चाहती है तथा इसे स्थायी प्रकल्प के रूप में इसे स्वीकार किया गया ।चुकि बीकानेर सम्भाग में श्री गंगानगर के बाद दिव्यांग शिक्षा के क्षैत्र में यह इकलौता संस्थान है तथा इस प्रकल्प का नाम परिषद के प्रेरणा स्त्रोत व युग पुरूष स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया अत परिषद परिवार द्वारा इसे अपनाया जाना न्यायोचित लगता है।
3. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान संचालन समिति -
27 जनवरी 2016 को शाखा की बैठक में विस्तृत प्रतिवेदन पर सैद्वान्तिक सहमति के बाद स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान संचालन समिति का गठन किया गया,जिसमें श्री कलवंत राय कालडा,श्री सुरजीत चौधरी,श्री जयदीप माहेश्वरी,श्री रविकान्त शास्त्री,श्री महेन्द्र जोशी, व श्री परविन्दर सिंह को मनोनीत किया गया । साथ ही प्रबन्धन समिति का गठन किया गया । इसमें श्री जयदीप माहेश्वरी - अध्यक्ष,श्री रविकान्त शास्त्री-उपाध्यक्ष,श्री सुरजीत चौधरी -सचिव,श्री कलवन्त कालडा - कोषाध्यक्ष,श्री महेन्द्र जोशी व श्री सुरेन्द्र शर्मा सदस्य चुने गये।
4.स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की स्थापना
12 फरवरी 2016 को बसंत पंचमी के दिन भारत विकास परिषद शाखा घडसाना द्वारा संचालित माता अमृता देवी पार्क में समारोहपूर्वक स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की स्थायी प्रकल्प के रूप में स्थापना की गई । प्रथम दिवस पर 5 दिव्यांग बालकों को प्रवेश दिया गया। भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर 10 जुलाई को स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के प्रवेशोत्सव के रूप में मनाया गया। इस भव्य कार्यक्रम में पंचायत समिति घडसाना की सभी 35 ग्राम पंचायतों के सरपंच साहिबान ,विकास अधिकारी श्री अमित जैन, सहायक अभियन्ता श्री करणी सिंह,पूर्व विधायक श्री पवन दुग्गल,पंचायत समिति प्रधान रानी दुग्गल, पत्रकार संघ के सभी सदस्यगण व पदाधिकारी,भामाशाह, गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
5. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान वर्तमान स्थिति व उपलब्धियां
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में 26 दिव्यांग बालक अध्ययनरत हैं। इन बालकों कां विशेष शिक्षा दक्ष अध्यापक श्री नवजोत सिंह व श्री अजीत सिंह के द्वारा कुशलतापूर्वक अल्प मानदेय पर दी जा रही है। अध्ययनरत दिव्यांग बालकों के द्वारा विद्यालय अवलोकन के लिए आने वाले आगन्तुको व अतिथियों के समक्ष कुशलतापूर्वक प्रदर्शन किया जाता है। ये बालक घडसाना व आसपास के ग्रामीण क्षैत्रो से अध्ययन हेतु आ रहे हैं ,इन दिव्यांग बालकों घडसाना के विभिन्न निजी विद्यालयों के परिवहन साधनों सें निशुल्क व्यवस्था की गई है।
6. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के भामाशाह -
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में 26 दिव्यांग बालक अध्ययनरत को निशुल्क विशेष शिक्षा प्रदान की जा रही है। वर्तमान में दिव्यांग विद्यालय का संचालन माता अमृता देवी पार्क में किया जा रहा है। परिषद के वितीय स्त्रोतों के साथ साथ विभिन्न भामाशाहों से आर्थिक सहयोग प्राप्त होता है इनमें परिषद के सदस्य श्री रविकांत शास्त्री जो प्रतिभाशाली कथावाचक भी है, वे 50,000 रूपये प्रतिवर्ष उपलब्ध करवा रहे हैं इसके अलावा जन्मदिवस,विवाह वर्षगांठ ,अन्य अवसरों पर विभिन्न भामाशाहों से जरूरत की सामग्री व आर्थिक सहयोग मिलता रहा है।
7. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के लिए भावी योजना -
1.वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में केवल दिव्यांग बालकों को शिक्षा दी जा रही है, भविष्य में महिला विशेष शिक्षक की व्यवस्था होने पर दिव्यांग बालिकाओं को भी जोडा जायेगा। 2.दिव्यांग संस्थान में नामांकन बढ रहा है वर्तमान परिसर छोटा प्रतीत होता है अत 10 मई 2018 की बैठक में इसे किराये के भवन में संचालित करने का निर्णय लिया गया है ,इसके किराये की राशि 60000 वार्षिक की व्यवस्था परिषद के सदस्य श्री रविकांत शास्त्री कर रहे है। 3.आने वाले समय में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना का संचालन अपने भवन में किये जाने की योजना हैं
8. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की विशेष उपलब्धियां -
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में अध्ययनरत 26 दिव्यांग बालको के द्वारा दिव्यांग आयोजनों में अपनी उपस्थ्रिति दर्ज करवाई जा रही हैं, 3 दिसम्बर 2017 को सर्व शिक्षा अभियान श्री गंगानगर के द्वारा विश्व विकंलाग दिवस के अवसर पर आयोजित रस्साकसी व रूमाल छपटा प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया । इस सफलता पर इनके सम्मान में एक कार्यक्रम 9 दिसम्बर 2017 को आयोजित किया गया जिसमें बी एस एफ के कमान्डेन्ट श्री सुनील कौशिक ,अरोडवश पंजाबी महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्री किशन दुग्गल, आदि शामिल हुए।
1. स्थापना की पृष्ठ भूमि
15 जनवरी 2016 को भारत विकास परिषद शाखा घडसाना के स्थायी प्रकल्प सरल सामूहिक कन्या विवाह के आयोजन के अवसर पर शाखा के सरंक्षक श्री जयदीप माहेश्वरी, वरिष्ठ सदस्य श्री गोपी राम ज्याणी व कलवंत राय कालडा ने दिव्यांग विद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा, प्रारम्भिक सहमति के बाद इस पर प्रतिवेदन बनाने का दायित्व दर्शन गर्ग को सौंपा गया। 20 जनवरी 2016 को शाखा की बैठक में दर्शन गर्ग द्वारा विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया ।इस विस्तृत प्रतिवेदन में दिव्यांग शिक्षा की वर्तमान स्थिति,प्रबन्धन,रख रखाव,वितीय आवश्यकता, विशेष दक्ष प्रशिक्षक,दिव्यांग छात्र परिवहन व्यवस्था,शिक्षण अधिगम सामग्री ,बिजली पानी व्यय आदि पर विस्तृत चर्चा की गई ।
2. परिषद द्वारा संचालन का औचित्य
परिषद के ध्येय वाक्य मूल मन्त्र सम्पर्क,सहयोग,संस्कार,सेवा,समर्पण की सिद्वता के अनुरूप दिव्यांगो की सेवा के क्षैत्र में भारत विकास परिषद की शाखा घडसाना समाज सेवा एक नया आयाम स्थापित करना चाहती है तथा इसे स्थायी प्रकल्प के रूप में इसे स्वीकार किया गया ।चुकि बीकानेर सम्भाग में श्री गंगानगर के बाद दिव्यांग शिक्षा के क्षैत्र में यह इकलौता संस्थान है तथा इस प्रकल्प का नाम परिषद के प्रेरणा स्त्रोत व युग पुरूष स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया अत परिषद परिवार द्वारा इसे अपनाया जाना न्यायोचित लगता है।
3. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान संचालन समिति -
27 जनवरी 2016 को शाखा की बैठक में विस्तृत प्रतिवेदन पर सैद्वान्तिक सहमति के बाद स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान संचालन समिति का गठन किया गया,जिसमें श्री कलवंत राय कालडा,श्री सुरजीत चौधरी,श्री जयदीप माहेश्वरी,श्री रविकान्त शास्त्री,श्री महेन्द्र जोशी, व श्री परविन्दर सिंह को मनोनीत किया गया । साथ ही प्रबन्धन समिति का गठन किया गया । इसमें श्री जयदीप माहेश्वरी - अध्यक्ष,श्री रविकान्त शास्त्री-उपाध्यक्ष,श्री सुरजीत चौधरी -सचिव,श्री कलवन्त कालडा - कोषाध्यक्ष,श्री महेन्द्र जोशी व श्री सुरेन्द्र शर्मा सदस्य चुने गये।
4.स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की स्थापना
12 फरवरी 2016 को बसंत पंचमी के दिन भारत विकास परिषद शाखा घडसाना द्वारा संचालित माता अमृता देवी पार्क में समारोहपूर्वक स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की स्थायी प्रकल्प के रूप में स्थापना की गई । प्रथम दिवस पर 5 दिव्यांग बालकों को प्रवेश दिया गया। भारत विकास परिषद के स्थापना दिवस के अवसर पर 10 जुलाई को स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के प्रवेशोत्सव के रूप में मनाया गया। इस भव्य कार्यक्रम में पंचायत समिति घडसाना की सभी 35 ग्राम पंचायतों के सरपंच साहिबान ,विकास अधिकारी श्री अमित जैन, सहायक अभियन्ता श्री करणी सिंह,पूर्व विधायक श्री पवन दुग्गल,पंचायत समिति प्रधान रानी दुग्गल, पत्रकार संघ के सभी सदस्यगण व पदाधिकारी,भामाशाह, गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
5. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान वर्तमान स्थिति व उपलब्धियां
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में 26 दिव्यांग बालक अध्ययनरत हैं। इन बालकों कां विशेष शिक्षा दक्ष अध्यापक श्री नवजोत सिंह व श्री अजीत सिंह के द्वारा कुशलतापूर्वक अल्प मानदेय पर दी जा रही है। अध्ययनरत दिव्यांग बालकों के द्वारा विद्यालय अवलोकन के लिए आने वाले आगन्तुको व अतिथियों के समक्ष कुशलतापूर्वक प्रदर्शन किया जाता है। ये बालक घडसाना व आसपास के ग्रामीण क्षैत्रो से अध्ययन हेतु आ रहे हैं ,इन दिव्यांग बालकों घडसाना के विभिन्न निजी विद्यालयों के परिवहन साधनों सें निशुल्क व्यवस्था की गई है।
6. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के भामाशाह -
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में 26 दिव्यांग बालक अध्ययनरत को निशुल्क विशेष शिक्षा प्रदान की जा रही है। वर्तमान में दिव्यांग विद्यालय का संचालन माता अमृता देवी पार्क में किया जा रहा है। परिषद के वितीय स्त्रोतों के साथ साथ विभिन्न भामाशाहों से आर्थिक सहयोग प्राप्त होता है इनमें परिषद के सदस्य श्री रविकांत शास्त्री जो प्रतिभाशाली कथावाचक भी है, वे 50,000 रूपये प्रतिवर्ष उपलब्ध करवा रहे हैं इसके अलावा जन्मदिवस,विवाह वर्षगांठ ,अन्य अवसरों पर विभिन्न भामाशाहों से जरूरत की सामग्री व आर्थिक सहयोग मिलता रहा है।
7. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान के लिए भावी योजना -
1.वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में केवल दिव्यांग बालकों को शिक्षा दी जा रही है, भविष्य में महिला विशेष शिक्षक की व्यवस्था होने पर दिव्यांग बालिकाओं को भी जोडा जायेगा। 2.दिव्यांग संस्थान में नामांकन बढ रहा है वर्तमान परिसर छोटा प्रतीत होता है अत 10 मई 2018 की बैठक में इसे किराये के भवन में संचालित करने का निर्णय लिया गया है ,इसके किराये की राशि 60000 वार्षिक की व्यवस्था परिषद के सदस्य श्री रविकांत शास्त्री कर रहे है। 3.आने वाले समय में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना का संचालन अपने भवन में किये जाने की योजना हैं
8. स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान की विशेष उपलब्धियां -
वर्तमान में स्वामी विवेकानंद बहुदिव्यांग संस्थान नई मण्डी घडसाना में अध्ययनरत 26 दिव्यांग बालको के द्वारा दिव्यांग आयोजनों में अपनी उपस्थ्रिति दर्ज करवाई जा रही हैं, 3 दिसम्बर 2017 को सर्व शिक्षा अभियान श्री गंगानगर के द्वारा विश्व विकंलाग दिवस के अवसर पर आयोजित रस्साकसी व रूमाल छपटा प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त किया । इस सफलता पर इनके सम्मान में एक कार्यक्रम 9 दिसम्बर 2017 को आयोजित किया गया जिसमें बी एस एफ के कमान्डेन्ट श्री सुनील कौशिक ,अरोडवश पंजाबी महासभा के प्रदेशाध्यक्ष श्री किशन दुग्गल, आदि शामिल हुए।